गुरुवार, 3 जून 2021

 फिल्मी ज़िन्दगी

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क्योंकि तुम... ही हो, अब तुम ही हो....
मेरी जि...न्द...गी अब तुम ही हो .
हाँ, उस टाइम यही फ़िल्म रिलीज हुई थी, और.... दिस इज वन ऑफ माय फेवरेट सॉन्ग ।
और तुम्हारा ....?
मैं पोज दे रही हूँ, मेरा स्टिल फोटो सूट हो रहा है ।
और ये है माय फेवरेट कैमरा मैन मिस्टर अभिनव ।
अभिनव ही है ना तुम्हारे स्टुडियो का नाम , जल्दी बोलो, वीडियो कैमरा चालू है ।
ऐ सौर्य, बन्द कर, कैमरा । जब देखो तब कैमरा मेन बन जाता है ।
"मेम ,प्लीज आप अभी कुछ नहीं बोलें, बस स्माइल और अपने पोज को ठीक करें । " कैमरे का फ़्लैश चमकाते हुए उसने कहा ।
"अरे, यार, ये मेम कहना मुझे बन्द करो । और तुम चाहो तो नाम लेकर भी तो बुला सकते हो ।" मैं उसे रिक्वेस्ट करते हुए कही ।
मैंने इनडोर और आउटडोर और कई कॉस्ट्यूम में फोटो शूट करवाई । एक हफ्ता लग गया ये सब करते करते ।
और आ भी गया फोटो निकल कर ।
क्या कमाल की फोटो ग्राफी करते हो तुम । मुझे तो कभी यकीन नहीं हुआ कि मैं भी इतनी ..... ।
"आप है ही इतनी .... "(बोलते हुए रुक गया फिर आवाज आई)
"ब्यूटीफुल । आप का तो पक्का सेलेक्शन हो जाएगा । " वो बोला ।
ऑडिशन दिल्ली में था । मैं गई ऑडिशन में, आने के बाद माँ के पूछने पर मैंने कहा "ठीक ही गया, पर देखते है, आगे क्या होता है । अभी तो कुछ खास पता नहीं"
मां नहीं चाहती थी कि मैं मॉडलिंग करूँ या एक्ट्रेस बनूँ । पर बाद में एग्री हो गई थी पर उसे मेरी शादी की चिंता रहती थी ।
मां पूछी, और वो लड़का जो फोटोसूट करता है । कैसा है ।
ठीक है, "काफी टेलेन्ट है उसमें , दिल्ली के ही एक बड़े फोटोग्राफर से उसने फोटोग्राफी सीखी है ।" मैंने जवाब दिया ।
मां - "तुम्हें पसन्द है वो लड़का ?"
मैं- " मैं अभी शादी नहीं करने वाली"
मां- " तो कब करेगी"
मैं- " मेरा सिलेक्शन होने के बाद ।"
मां - "हमदोनों (मॉम-डैड) गए थे उसके स्टूडियो, चाय पीने ।
आज उसे यहां घर पर बुलाया है ।"
मैं - "क्या"
मां - "हाँ"
मैं समझ गई कि ये काम मेरा छोटा भाई सौर्य के अलावे कोई नहीं कर सकता । छोटा है पर है बड़ा जासूस । इसने ही मेरा व्हाट्सएप चैट और फोटो, मां दिखाई होगी ।
इस खबरीलाल को मैं नहीं छोडूंगी । वो भागा ।
सुन, अब तुझे कहीं नहीं ले जाऊंगी ।

शाम हुई । मैं सोच रही थी कि वो नहीं आए तो ही बेटर । फिर, नहीं, कोई दिक्कत नहीं मुझे । कम से इसी बहाने मेरे घर भी आ जाए । इधर उधर मैं आती जाती रही । इंतजार और इतनी घबराहट । मुझे तो पहले कभी सामना नहीं हुआ था इतना ।

रात हो गई पर नहीं आया वो, मां फोन कर बात की । वो किसी दूसरे प्रोजेक्ट के वजह से नहीं आ सका । अभी दूसरे शहर में हैं । जब सॉरी उसने मांगी तो सुकून मुझे मिला ।
एक सप्ताह पहले उसे जानती तक नहीं थी । और आज जानना नहीं चाहती । कभी कभी प्यार और दुश्मनी एक साथ पनप जाती है । मैं एक साथ गुस्से और प्यार में थी शायद । मैं खुद को कही पहले तो बड़ी कॉंफिडेंट थी आज क्या हो गया ।
जो भी हो एक सफ्ताह जैसे किसी रोमांटिक फ़िल्म की तरह गुजरी । वो फोटो शूट करता रहा और मैं उसके बारे में जानने की दिलचस्पी बढाती गई ।
"मैंने तो नहीं देखा था कभी ऐसा शख्स, जिसे कामुकता जरा भी नहीं छूती हो, मेरा जीप खुला होने पर कितने आराम से कहता है, आपका जीप खुला हुआ है । "
"आइसक्रीम की तरह उसका विहेव । बड़ा कूल बन्दा है वो ।" और ना जाने कितनी देर, उसके बारे में, सोचती रही ।
कई महीने बीते, इस दौरान मैं दो फिल्में करने लगी । मेरा और उसका कांटेक्ट खत्म ही हो गया । मैंने दुबारा कभी उससे बात नहीं की । और उसने भी कभी ये नहीं पूछा कि क्या हुआ । शायद उसके पास ना जाने कितने क्लाइंट आते होंगे । पर वो सारा चैट, बात चीत, तो झूठ नहीं हो सकता है । जिसमें उसने बताया था कि कैसे वो फोटो ग्राफी सीखने के लिए कभी आइसक्रीम काउंटर भी संभाला था । और कहाँ कहाँ नहीं भटका ।
और वो ये सब तो सबसे शेयर नहीं करता होगा ।
फिर उसका लेट नाइट चैट करना क्या ये सब यूँ ही तो नहीं ।
खैर, कुछ साल में ही मेरी जिन्दगी स्पीड के साथ बढ़ती चली गई । उन दो फिल्मों में छोटे से किरदार करने के बाद सीरियल में काम मिल गया । कोलकाता में ही शादी हो गई । पर शादी के कुछ दिन में ही मैं समझ गई जो मेरे ख्वाब में था वो ख्वाब ही रह जाएगा । मेरे पति महोदय का कहना है फ़िल्म वैगरह छोड़ो । और रोमांटिक बातें वो प्यार मोहब्बत सब फिल्मों में ही अच्छा लगता है । रियल लाइफ में वैसा कुछ नहीं ।
पर मुझे तो चाहिए थी फिल्मी लाइफ जो इसके ठीक अपोजिट होने को थी मेरी बाँकी जिन्दगी।
एक दिन अपने ही शहर गई वहीं स्टूडियो की तरफ , पर वहाँ का सीन बिल्कुल चेंज हो चुका था। मालूम हुआ कि वो जो स्टूडियो यहाँ था अब मुम्बई चला गया ।
सोचने लगी...
अब मैं ज़िन्दगी के उस चौराहे पर हूँ जहाँ से ये तय करना मुश्किल है कि जाना किधर है । चुनना क्या है फ़िल्म या ज़िन्दगी, या फिल्मी ज़िन्दगी, या फिर जिन्दगीनुमा फ़िल्म ।

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#rachnatmak_sansar
#abhinandan_creations

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