डायरी लेखन :
क्यों लिखें, क्या लिखें और कैसे
लिखें?
- डायरी लिखने से मानसिक बोझ कम होता है ।
- डायरी लिखने से योजना बनाने और सही समय पर उपयुक्त कार्य करने में मदद मिलती है ।
- इससे जो कार्य पूरे करने हैं उनकी रूपरेखा एवं उद्देश्य स्पष्ट होती है
- डायरी लिखने से हमारे मस्तिष्क के कार्य करने की शक्ति दो गुणी बढ़ जाती है ।
- डायरी लेखन से स्मरण शक्ति बढ़ती है ।
- लम्बे समय – अन्तराल पर हमारा मस्तिष्क बहुत कुछ भूल सकता है, इस लिए उसे लिखना जरूरी होता है
- कई बार हमारे दिमाग में बहुत अच्छे विचार आते हैं, उसे तुरन्त नोट कर लेना चाहिए । अन्यथा वे विचार गायब हो जाते हैं।
- अपनी समस्या को डायरी में लिखने से मन हल्का और तनाव मुक्त हो जाता है ।
- रुचि पूर्वक डायरी लेखन से समाधान परक विचार व नए आइडिया दिखने लगते हैं ।
- किसी भी समस्या को हल करने के लिए मस्तिष्क का दबाव मुक्त होना जरूरी है, इसके लिए
- डायरी लेखन बेहतरीन दवा है ।
- सोने से पूर्व डायरी लेखन से नींद अच्छी आती है ।
- डायरी लिखने से अकेलापन और अवसाद दूर होते हैं साथ ही साथ लेखन कला का विकास होता है ।
अपनी डायरी में क्या – क्या लिखें ?
- भविष्य की योजना
- अतीत के अनुभव
- वर्तमान में चल रही परिस्थितियों का विवरण
- अपने दिनचर्या की समीक्षा
- अपने कार्यों का लेखा – जोखा
- अपने मनपसंद लेखकों के प्रेरणादायी विचार
- अपनी भावनाओं को लिखकर विश्लेषण करें
- कुछ नए आइडिया
- कुछ नया करने के संकल्पों की चर्चा
- देश- विदेश के घटना क्रमों पर अपनी राय – विचार
- पढ़ रहे पुस्तक या ब्लॉग के लेखक को कोई सुझाव
अपनी डायरी कैसे लिखें?
- अपनी डायरी को अपना दोस्त समझें, और पूरे दिल से अपनी बात बिना संकोच के साथ लिखें ।
- रात को सोने के पूर्व लिखें या फिर दिन का कोई भी समय जब आप फ्री हों ।
- आप एक सुंदर सी डायरी में या खुले कागज पर लिख सकते हैं
- आप ऐप्स के जरिए अपने कम्प्युटर , मोबाइल या टैब पर डायरी लेखन कर सकते है।
- सेल्फी में विडियो भी बना सकते हैं या फिर केवल औडियो रेकॉर्ड कर सकते हैं।
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