सोमवार, 26 फ़रवरी 2018


हमारी लाइफ

             हमारी लाइफ, आपकी लाइफ, हम सबकी लाइफ । ये बड़ी अजीब पहेली है इसे समझना बड़ा मुश्किल है और ये कह दें कि इसे 100% समझना ना मुमकिन है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। हाल ही में जो मैंने फील किया है दो चार बातें हैं। -
पहला-
जैसा व्यवहार, कर्म या विचार आप करते है वैसा ही आपके साथ होता है चाहे समय कुछ परिस्थिति कोई भी होता अवश्य है। अतः कर्म करते वक्त सचेत रहें क्योंकि भविष्य निर्माण इन्हीं कर्मों का परिणाम है।
दूसरा –
हमारे जीवन को प्रभावित करने में इच्छा शक्ति बहुत बड़ा कारक है। हम जो भी जिस चीज के बारें में चिंतन मनन करते हैं, या फिर उस चीज की कामना करते हैं वो चीज, वो बातें स्वतः एक ना एक दिन हमारे साथ घटित हो जाती है। शायद किसी ने ठीक ही कहा है- मिलता उन्हीं को है जो धैर्य के साथ जीते हैं।
तीसरा –
जिन्दगी की अपनी चाल होती है उसकी अपनी रफ्तार होती उसकी अपनी लय होती है। वह किसी के अनुसार नहीं चलती उसकी लय होती है। वह किसी के अनुसार नहीं चलती उसकी रूप रेखा स्वतंत्र है शायद यही कारण है कोई उसकी एकदम सटीक तरह से जानकारी इकट्ठा नहीं कर सकती। जीवन या भविष्य का सही सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता है हाँ आंशिक रूप से संभावनाओं को समझा जा सकता है।
चौथा-
किसी लक्ष्य, कार्य या वस्तु का चयन करें तो दिल से करें । चयन करते समय किसी ना किसी चीज से समझौता करना ही पड़ता है मगर समझौता करने की भी एक हद होती है। दिल को जो करना है वो तुमसे करवा ही लेगा और तुम उसमें जीत हासिल कर ही लोगे ये निश्चित है। हाँ, चुनाव दिल से होना चाहिए। मजबूरी में किसी के दबाव में चुनाव मत करो।

 हम जीवन को ऐसे जीते हैं जैसे हम सबकुछ कर सकते हैं पर वास्तविकता ये है कि हम जीवन में सिर्फ और सिर्फ एक ही कार्य करने आए हैं।  एक ऐसा कार्य जो हमारे अलावे हमारे तरीके से कोई कर ही नहीं सकता। हम समय की अपने परिस्थिति और मनोस्थिति की तीव्र वेग में बहते चले जा रहे हैं। मेरा यहाँ समय से मतलब है हमारी आज की दुनिया में जो कुछ हो रहा है या भविष्य में जो परिवर्तन होने को है और परिस्थितियों से है।


                हमारी वर्तमान पारिवारिक / सामाजिक / आर्थिक स्थिति और मनोस्थिति से तात्पर्य है वैसे तमाम विचार जो कई वर्षों से लगातार हम सोचते समझते देखते जीते चले आ रहे हैं। हमें मालूम नहीं होता कि हम क्या कर सकते हैं और क्या नहीं कर सकते और ये भी कि हम आगे क्या करने वाले हैं। इस पल जो कुछ कांसस और सब-कांसस माइंड से कर रहे हैं। भविष्य में भी हम यहीं कर रहे होंगे और इसी के परिणाम हमें मिलेंगे। हमारे परिणामों से हमें कोई वंचित नहीं कर सकता।  जीवन कि रोमांचकता तो इसी में है कि हम भविष्य को कितना अदभूत तरीके से लेते हैं सोचते हैं और अनभिज्ञ भी रहते हैं।

             वर्तमान ही जीवन है। परिवर्तन ही जीवन है। इस प्रकार कह सकते हैं। परिवर्तनशील वर्तमानपल ही जीवन है जिसे हमें पूरे हृदय से जीना चाहिए। कोई भी समय पर्फेक्ट नहीं होता क्योंकि परफेकसन पाने या होने कि प्रक्रिया ना चाहते हुए भी जाने अनजाने जारी रहती है।  

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